गुरु दीपक
दीपक सा गुरू
दीपक सा जलता गुरु,
फैलाएं ज्ञान प्रकाश।
अज्ञानता को दूर कर
करे उज्जवल प्रकाश।
आगे आगे हम बढ़ते,
खुश तो वे हरदम होते।
नेक इंसान बनाने को,
करते सदा प्रयास।
गुरू रूप में प्रकट होते,
ब्रह्मा ,विष्णु ,महेश।
गुरु में तीनों देव बसते,
मार्ग प्रशस्त हमारा करते।
मात पिता गुरु संगी,साथी
समय-समय पर ज्ञान दिया।
नित में उनका वंदन करती,
चरणों में नमन में करती ।
कैसे धन्यवाद करूंँ मैं उनका
सीखती कुछ रोज नया।
नमन है उन सब को मेरा,
जिन्होंने मुझ को ज्ञान दिया।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
5.9.2022
प्रतियोगिता हेतु
Ajay Tiwari
06-Sep-2022 05:53 PM
Very nice
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Abhinav ji
06-Sep-2022 07:04 AM
Nice
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Raziya bano
06-Sep-2022 06:52 AM
Shaandar rachna
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